शुक्रवार, 17 अगस्त 2018

अटल एक युग पुरुष

  आज अटल जी इस नश्वर संसार को छोड़ चुके हैं।इसलिए आज उनकी विचारधारा की सर्वाधिक आवश्यकता है।आने वाली पीढ़ी तक उनके विचारों को पहुंचाने का कार्य हम सभी को करना होगा।हमें अब यह समझना होगा कि अटल जी केवल एक व्यक्ति नहीं विचार हैं।आज गांधी को भी लोग अपने स्वार्थ के लिए अप्रासंगिक बना देते हैं।हम लोग इन महापुरुषों की विचारधारा को लोगों तक पहुँचाने का माध्यम है।
       विचारों पर दुनिया टिकी है।विचार दो तरह के होते हैं।एक जोड़ता है, दूसरा तोड़ता है।यह हमें निश्चित करना है कि हम अपने आने वाली पीढ़ी को कैसा समाज देना चाहते हैं।
     अटलजी, गांधी जी की विचारधारा थी कि समाज को जोड़ो। सत्ता आती जाती रहती है लेकिन समाज शाश्वत रहता है।आज की परिस्थिति कुछ इस प्रकार की है कि कुछ लोग समाज की समरसता को नष्ट कर रहे हैं।
       हमें यह ध्यान रखना होगा कि समाज रहेगा तभी हम रहेंगें।समाज तो राम के साथ रावण को भी याद करता है।लेकिन किसको किस रूप में याद करता है यह महत्वपूर्ण है,जबकि राम व रावण दोनों शासक थे।इसका अर्थ यह है कि सत्ता को नही कार्य को इतिहास याद करता है।इसीलिए आज हमें राजधर्म व राष्ट्रधर्म की महत्ता को समझने की सर्वाधिक आवश्यकता है और यदि हम यह समझ गए तो यही अटल जी को सर्वश्रेष्ठ श्रद्धाजंलि होगी।